Love this song very much. While surfing the web, found out that NOT a single website carried lyrics in Hindi. So I decided to write myself and blog it for others to read/print.
निर्बल से लड़ाई बलवान की, (२)
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की, (२)
एक रात अंधियारी, थी दिशाए कारी कारी
मंद मंद पवन था चल रहा,
अंधियारे को मिटाने, जग में ज्योत जगाने, एक छोटा सा दिया था कही जल रहा
अपनी धुन में मगन, उसके तन में अगन, उसकी लौ में लगन भगवान की
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की
कही दूर था तूफ़ान (२), दीये से था बलवान, सारे जग को मसलने मचल रहा,
झाड हो या पहाड़, दे उफल में उखाड, सोच सोच के जमीं पे था उछल रहा
देख नन्हा सा दिया, उसने हमला किया (२)
अब देखो लीला विधि के विधान की,
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की,
दुनिया ने साथ छोड़ा, ममता ने मुख मोड़ा,
अब दीये पे दुःख बढ़ने लगा, (२)
पर हिम्मत ना हार, मन में मरे ना विचार, अत्याचार की हवा से लड़ने लगा,
सर उठाना या झुकाना, या भलाई में मर जाना, घडी आई उसके भी इम्तिहान की
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की
निर्बल से लड़ाई बलवान की
फिर ऐसी घडी आई (२), घनघोर घटा छाई, अब दीये का भी दिल लगा कांपने,
बड़े जोर से तूफ़ान, आया भरता उड़ान, उस छोटे से दीये का बल मापने,
तब दिया दुखियारा, वो बिचारा बेसहारा, चला दाव पे लगाने (बाजी प्राण की),....(४)
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की
लड़ते लड़ते वो थका, फिर भी बुझ न सका, (२)
उसकी ज्योत में था बल रे सच्चाई का, चाहे था वो कमजोर, पर टूटी नहीं डोर,
उसने बीड़ा था उठाया रे भलाई का, हुआ नहीं वो निराश, चली जब तक साँस
उसे आस थी प्रभु के वरदान की,
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की
सर पटक पटक, पग झटक झटक,
ना हटा पाया दीये को अपनी आन से,
वार बार बार कर, अंत में हार कर कर, तूफ़ान भागा रे मैदान से,
अत्याचार से उभर, जली ज्योत अमर, रही अमर निशानी बलिदान की,
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की
निर्बल से लड़ाई बलवान की
ये कहानी है दीये की और तूफ़ान की